2019 का वर्ल्डकप चल रहा है, इधर 2011 वर्ल्डकप के हीरो ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया

खेल डेस्क: भारत के 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप में जीत के हीरो रहे युवराज सिंह सोमवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. युवराज सिंह मुंबई के साउथ होटल में कुछ देर बाद प्रेस कांफ्रेंस करे रहे हैं. जहां वे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर रहे हैं.
युवराज ने कहा कि यह उनके लिए काफी भावनात्मक पल है और उनका करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा है. युवराज ने कहा कि वह काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है.
युवराज सिंह ने कहा कि मैंने कभी किसी चुनौती के आगे हार नहीं मानी चाहे वो क्रिकेट का मैच रहा हो या फिर कैंसर जैसी बीमारी.
युवराज ने कहा कि वह काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है.
युवराज ने साउथ मुंबई होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह ऐलान किया. जिसको सुन सामने बैठी उनकी मां के आंसू निकल आए.
युवराज सिंह अपनी मां के काफी क्लोज हैं. संन्यास का ऐलान करने वक्त भी युवराज ने कहा कि मेरी मैं हमेशा मेरी ताकत रही है. युवराज ने कहा कि 'बचपन से मैंने अपने पिता का देश के लिए खेलने का सपना पूरा करने की कोशिश की.'
अपने क्रिकेट करियर को याद करते हुए युवराज ने कहा कि, 'अपने 25 साल के करियर और खास तौर पर 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे. अब मैंने आगे बढ़ने का फैसला ले लिया है. इस खेल ने मुझे सिखाया कि कैसे लड़ना है, गिरना है, फिर उठना है और आगे बढ़ जाना है.'
जानकारी के मुताबिक युवराज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में खेलना चाहते हैं. युवी विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस क्रिकेटर के तौर पर खेल सकते हैं.
युवराज सिंह पिछले काफी लंबे समय से भारतीय टीम की ओर से नहीं खेले हैं. युवराज सिंह ने भारतीय टीम की ओर से 40 टेस्ट खेले हैं जिसमें उन्होंने 33.92 की औसत से 1900 रन बनाए हैं. जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं.
युवराज सिंह 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेलना चाहते थे. लेकिन खराब फॉर्म और फिटनेस के कारण उनका यह सपना अधूरा रह गया. BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि युवराज इंटरनेशनल और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में सोच रहे हैं.
BCCI के एक सूत्र ने कहा युवराज BCCI से बात करना चाहते हैं. वह BCCI से जीटी-20 (कनाडा) और आयरलैंड व हॉलैंड में यूरो टी-20 स्लैम में खेलने के बारे में बातचीत करेंगे, क्योंकि उन्हें इन सभी लीग में खेलना का ऑफर मिला है.
युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेले, लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिले. युवी ने इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से 4 मैचों में कुल 98 रन बनाए. इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 53 रन रहा.
युवराज ने अपना अंतिम टेस्ट साल 2012 में खेला था. सीमित ओवरों के क्रिकेट में वह अंतिम बार 2017 में दिखे थे. युवराज ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था.
चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले. टेस्ट में युवराज ने तीन शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए.
इसी तरह टी-20 मैचों में युवराज ने कुल 1177 रन बनाए. इसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं. युवराज ने टेस्ट मैचों में 9, वनडे में 111 और टी-20 मैचो में 28 विकेट भी लिए हैं. युवराज ने 2008 के बाद कुल 231 टी-20 मैच खेले हैं और 4857 रन बनाए हैं. उन्होंने टी-20 मैचों में 80 विकेट भी लिए हैं.
37 वर्षीय युवराज सिंह ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. युवी ने अपना आखिरी टी-20 मैच 1 फरवरी 2017 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला. जबकि आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के ही खिलाफ खेला था.
12 दिसंबर 1981 को जन्मे युवराज सिंह पिछले दो साल से टीम इंडिया के लिए किसी भी फॉर्मेट में क्रिकेट नहीं खेल रहे थे. खराब फॉर्म और फिटनेस के कारण वह भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे.